जिंदगी इतने दर्द देती हैं,
दिल में फिर भी उम्मिद रहती हैं;
दिमाग कहता हैं कुछ नही होगा ..
पर कुछ तो होगा उम्मिद कहती हैं !!
जिंदगी इतने दर्द देती हैं,
कभी कभी खुद को भुला देती हैं;
हो अच्छे या बुरे वो पल,
उसी पल में जिना भी सिखा देती हैं..!
जिंदगी इतने दर्द देती हैं,
रस्ते के साथ मंजिल भी खो जाती हैं;
केहता हैं दिल रुक जा वही पे,
वही दिल की आवाज मंजिल से मिलाती हैं..!
जिंदगी इतने दर्द देती हैं,
अपनो से दूर जाने मे मजबूर करती हैं;
खुशी मे तो देता हैं हर कोई साथ,
उस वक्त जो रहे साथ, वही तो अपने केहलाते हैं.....!
Pratik Ledaskar..✌️💖
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